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Thursday, March 10, 2011

35) जाती नहीं इस रात

जाती नहीं इस रात क्यूँ तुम अपने घर, कहो?
क्यों राह चलते मुझे देख, झुकी ये नज़र कहो?

खता तो वो की है, भला क्या जवाब दोगी तुम?
यकीन तेरी सफाई पर रहा नहीं, मगर कहो|

छोड़  न दे वो, बुरा ना मान जाए कहीं,
मांगूँ जो मोहब्बत में सिर्फ एक, बोसा अगर कहो|

मुद्दत से यार के पैगाम का इंतज़ार है,
क्या महबूब का खत लाये हो? नामबर कहो|

चाहता नहीं के इश्क-ऐ-इज़हार हो सरे आम,
इल्तिजा अजनबी, धीरे से, अपना नाम भर कहो|

जो नहीं है तेरे पास, किसी को क्या देगा सौगात 'अमन'?
ये  बात किसी को सिवाए, दर्द-ओ-गम देकर कहो|

Meanings: नज़र-eyes खता-mistake यकीन-belief सफाई-clearification
         बोसा-kiss मुद्दत-a long time पैगाम-message महबूब-beloved
         नामबर-messenger इश्क-ए-इज़हार-expression of love
         सरे आम-in public इल्तिजा-request अजनबी-stranger
          सौगात-gift दर्द-ओ-गम-pain and sorrow सिवाय-except

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